सुमित वर्मा @ नुपुर तिवारी, एक ऐसा नाम है जो जापान के आसमान में भारतीय सितारा बन कर चमक रहा है. कम समय में उसने अपनी पहचान अनौपचारिक भारतीय राजदूत के रूप में बनाई है और वह स्वच्छता, योग और ध्यान को लेकर भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रही हैं. वे आंतरिक परिवर्तन और माइंडफुलनेस कोच हैं, जो विभिन्न यूनिवर्सिटीज में 2000 से अधिक सेशन्स कर चुकी हैं. वे अपने कामों के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रही हैं. उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं और उनके काम को दुनिया भर में सराहा जा रहा है. उन्होंने अपने यू ट्यूब चैनल के माध्यम से हजारों लोगों तक भारतीय संस्कृाति को पहुंचाया है. वे सप्ताह में तीन दिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार को अपने शोज करती हैं. उन्होंने देश-दुनिया की तमाम बड़ी हस्तियों का इंटरव्यू किया है.
नुपुर, करीब 18 सालों से जापान में रहते हुए भारतीय संस्कृति के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही हैं. वे जापान के कई स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय छात्रों को योग, ध्यान सिखाती हैं. वे कई टीवी शोज, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा रह चुकी हैं. अपने कामों से वह लोगों को प्रेरित करती हैं. इस बार नए साल का स्वागत नुपुर ने 15किमी की पदयात्रा से किया, जिसमें उन्होंने गरीबों-बेघरों को भोजन और मास्क बांटे. नुपुर ने कहा कि जापान में नए साल का खास महत्व है, इसलिए मेरी कोशिश है कि इस दिन कोई भी भूखा न रहे. इसी तरह नुपुर तिवारी ने अनोखे तरीके से भारतीय गणतंत्र दिवस को जापान में मनाया और हजारों-लाखों लोगों से सराहना पाई. उन्होंने इस दिन भारतीय दूतावास से जापानी संसद के बीच पद यात्रा की, सड़कों की सफाई के साथ स्वच्छता जागरूकता के लिए लोगों से अपील भी की. उनकी कोशिश है कि भारत और जापान के रिश्ते मजबूत बने रहें और भारतीय युवा भी स्वच्छता मिशन से जुड़ें. उन्होंने पदयात्रा के दौरान भारतीय ध्वज को अपने हाथों में गर्व के साथ थामा. जापान में भारतीय राजदूत संजय कुमार वर्मा ने उन्हें तिरंगा ध्वाज सौंपा था.
बचपन से ही नुपुर को नया और अनोखा करने की आदत रही है. अब वे अपनी संस्था ‘हील टोक्यो’ के माध्यम से जनकल्याणकारी परियोजना संचालित कर रही हैं. यह चैरिटी प्रोजेक्ट्स से कहीं अलग है. यह एक अनोखा चैरिटी प्रोजेक्ट है जो लोगों के जीवन में समानता और शांति लाने की कोशिश करता है. स्वयं नुपुर दृढ़ विश्वास, योग और शांति की समर्पित कार्यकर्ता है. वे लोगों को जीवन जीने के सरल और सहज रास्ते बताती हैं. इस तरह नूपुर तिवारी जापान और भारत दोनों में ‘हील टोक्यो’ के माध्यम से लोगों के जीवन को बदल रही हैं.
‘हील टोक्यो’ में सभी आयु वर्ग के लोगों को खुले पार्क, कैफे और घरों में योग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. योग और ध्यान लोगों को उनके व्यस्त और रोबोटिक जीवन से बाहर उनकी आंतरिक आत्मा, शांति और शांति से जुड़ने में मदद करते हैं.
योग के माध्यम से प्यार और सकारात्मकता फैलाएं
जापान में लोगों का जीवन बहुत व्यस्त है. वे मशीनों की तरह काम करते हैं और खुद के लिए बहुत कम समय निकाल पाते हैं. ऐसे में सामाजिक समरसता, जीवन में शांति और सकारात्मकता की कमी हो जाती है. नुपुर अपने मोटिवेशनल स्पीच में लोगों को योग और भारतीय संस्कृति के बारे में बताती हैं और उन्हें ध्यान का अभ्यास कराती हैं. योग और ध्यान से लोगों के जीवन में शांति लाने की कोशिश की जाती है. उन्हें खुद से प्यार करने और समाज में सकारात्मकता लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.