सूर्य जब मकर राशि मे प्रवेश करता है उस समय जो करण होता है उस के अनुसार वाहनादि तय होते है। इस बार बव करण मे होनें से सिंह की सवारी कर संक्रांन्ति का प्रवेश हुआ है। उपवाहन गज याने हाथी है। वस्त्र पीला है। आयुद्ध गदा है। फल मध्य है। जाति भूत है। भक्षण पायस है। लेपन कुंकुम है। अवस्था कुमारी है। पात्र चांदी का है। भूषण कंकण है। कंचुकी पर्ण है। स्थिति बैठी हुई है। फल भय है। पुष्प जाति है। 30 मुहूती होने से सम कही जा सकती है।
फल- जिस जिस पर संक्रंान्ति का प्रवेश होता है वो मंहगी होती है। इसका परीणाम एक मास के लिए होता है। सोना चांदी मंहगे हों। पुर्वान्ह होने से शासक वर्ग को संकट रहता है। गुरुवार होनें से पूर्व में कष्ट रहता है। वहीं इसकी दृष्टि अग्निकोण में होनें से भी कष्ट को दर्शाता है। अन्न अच्छा हो सभी प्रकार का अन्नद होता है।
संक्रांन्ति का राशिनुसार फल
मेष- यह संक्रांन्ति मेष राशिवालों के लिय सुखद होकर प्रसन्नतादायक होगी।
वृषभ- धर्मिक कार्यों में मन कम ही लगेंगा। मन कुछ विचलित रहेगा।
मिथुन- कुछ परेशनियों के साथ मानसिक कष्ट रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कर्क- सावधानी रखकर चलें। कुछ परेशानियोंके साथ कष्ट कारी समय रहेगा।
सिंह- आपकी राशिवालों को शत्रुओं से राहत मिलेगी व स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
कन्या- परिश्रम अधिक रहेगा। कुछ परेशानी भी अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
तुला- सावधानी रखकर कार्य करें क्षति संभव है। धन सौच समझकर किसी कार्य में लगावें।
वृश्चिक- समय अनुकूल होने से आर्थिक लाभ के योग बनेंगे। मन प्रसन्न रहेगा।
धनु- समय का ध्यान रखना होगा। मनमे डर की भावना रह सकती है।
मकर- इच्छित कार्य में सफल होंगे। मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। हर तरफ विजयी होंगे।
कुंभ- कोई महत्वपुर्ण कर्य बनजाने से प्रसन्नता रहेगी। धर मे प्रसन्नतादायक समाचार सुनेंगे।
मीन- आर्थिक लाभ के योग बननें से प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
सूर्य का प्रवेश सुबह 8.30 पर मकर लग्न कर्क नवांश मे है। इस बार पंच ग्रही योग बन रहा है। इसमें नीच भंग गुरु शनि के स्वराशि में होनें से व गुरु चन्द्र के होने से गजकेसरी योग भी बन रहा है। शनि चन्द्र साथ होनें से विषयोग भी बनता है। मंगल स्वराशि का होकर चतुर्थ भाव में होने से जमीन के भाव मे तेजी देखने को मिलेगी। व्यापार व्यवसाय खुब फलेगा। भारत की साख मे वृद्धि होकर डंका बजेगा। प्रशासकवर्ग के लिए उत्तम समय रहेगा। पराक्रम में वृद्धि होगी वही बाहरी मामलों मे सुधार होगा। स्त्री वर्ग को कष्ट रहेगा।